यह ब्लॉग एवं उसके पोस्ट जनता की संपत्ति हैं इसपर ब्लॉग स्वामी का कोई अधिकार नहीं है जो चाहे जब चाहे कोई भी पोस्ट या उसके किसी भाग का जैसा चाहे उपयोग कर सकता है 'बहुजन हिताय- बहुजन सुखाय'

Thursday, March 4, 2010

चिंता: उपचार के नए रास्ते

चिंता से एक नए प्रकार का रिश्ता कायम करना आवश्यक है। कुछ विचार, यादें और परिस्थितियां चिंता उत्पन्न कर सकती हैं। ये जो चिंता के ट्रिगर हैं उसका कारण व्यक्ति के जीवन के वो भावनात्मक घाव है जो अभी तक भरे नहीं हैं. उनको स्वीकार करके ही चिंतामुक्त हुआ जा सकता है। यदि उन घावों को बार बार दबाया जाये और व्यक्ति अपने आप को उन मानवीय भूलों के लिए माफ़ न करे तो वे घाव चिंताविकारों के रूप में उदित हो जाते हैं। कोई भी यह नहीं चाहेगा की वह चिंताविकारों से ग्रस्त रहे। परन्तु जबतक सामान्य चिंता विकारों(जी डी) को दबाने की कोशिश की जाती रहेगी या फिर अन्य नकारात्मक तरीकों का प्रयोग किया जायेगा जैसे कि पलायन, छुपाना, संघर्ष या दबाव सुधार नहीं होगा।

No comments:

Post a Comment