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Friday, March 5, 2010

कुछ अलग परिणाम पाने के लिए

" क्या चिंता ने अन्दर ही अन्दर आपको उससे लड़ने के लिए तैयार किया या फिर भागने के लिए, परन्तु विचार से लड़ कर या भागकर आप कहाँ जायेंगे, वो तो हमेशा आपके साथ ही रहेगा।
क्या कुछ मानसिक चित्र, कुछ विचार इतने प्रभावशाली हो सकते हैं किजीवन दूभर कर दें। हाँ ऐसा है, परन्तु इसलिए नहीं कि ये विचार इतने ताकतवर हैं। वरना इसलिए कि हम खुद उन विचारों को ताकत देते हैं। उनसे लड़कर

"जीवन एक पवित्र यात्रा है। यह यात्रा है परिवर्तन की, विकास की, खोज, गति, रूपांतरण, दृष्टिकोण केपरिवर्तन की, स्पष्ट और भेदक दृष्टि को सीखने की, अपनी आत्मा की आवाज़ पहचानकर ताकतवर कदमो से उसरास्ते पर चलने की जहाँ हर पग पर संघर्ष है। आप उस राह पर वहीँ पर खड़े हैं जहाँ आपको होना चाहिए और यहाँसे सिर्फ आप आगे जा सकते हैं, अपने जीवन को आकृति देने, और इस जीवन की कहानी को विजय, वीरता, विवेक, शक्ति, प्रेम और आत्मबल की महागाथा का निर्माण करने।"-- केरोलिन अडम्स।
कुछ अलग परिणाम प्राप्त करने हों तो कुछ अलग करना होता है। "
यदि आप वही करते रहे जो हमेशा करते हैं तो वही परिणाम मिलेंगे जो आपको हमेशा मिलेथे"- जेम्स हैज़
विकल्प क्या है
एक अच्छी बात यह है कि विकल्प हैं। चिंता और
डर से लड़ने कि बजाय क्यों हम उससे समझौता करलें। हम उसे अच्छे से समझें। उस चिंता के क्या अंग हैं, कुछ विशेष विचार, और इन विचारों की वजह से शरीरके विभिन्न अंगोमें होने वाले परिवर्तन। ये परिवर्तन क्या हैं। ह्रदय की गति बढ़ जाना, धड़कन, पसीना, सांस फूलना, हाथ कांपना, मन में एक तूफान खड़ा हो जाना। अरे ये सभी तो एड्रीनलीन हारमोन के कारण होने वाले परिवर्तन हैं। तो

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