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Thursday, August 19, 2010

फोकस

माइंडफुल श्वसन के चौथे खंड में हम एक बिंदु पर मन को केन्द्रित करने की कला सीखते हैं। प्रारंभ में सांस के टकराने का निश्चित बिंदु ढूँढना कठिन हो सकता है। एक बार मन को फोकस किया या सके तो फिर धीरे धीरे यह आसानी से मिलने लगता है। इस खंड में सांस के अन्दर जाते समय सांस सर्वप्रथम जहाँ टकराती है उस जगह का निरीक्षण करना है। उसी स्थान पर सम्पूर्ण श्वसन चक्र में होने वाले सेन्सेशनो को अनुभव करना है। इस खंड में वायु के प्रवाह को भीतर तक जाते हुए महसूस नहीं। करना है। जहाँ तक हो सके श्वसन को अपने आप चलने दें। कोशिश करके उसे गहरा या हल्का या तेज या धीरे नहीं करें। आपको तो बस निरीक्षण करना है। वह भी सिर्फ एक बिंदु का जहाँ अन्दर जाते समय वायु टकराती है।

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